नवरात्रि के शुभ अवसर पर भभुआ प्रखंड के अंतर्गत मिव पंचायत के शिवपुर गांव में अखंड हरी कीर्तन के साथ भंडारे का आयोजन किया गया. भभुआ जिला परिषद सदस्य विकास सिंह उर्फ लल्लु पटेल जी शिवपुर गांव पहुंचकर ग्रामीणों के उत्साह को बढ़ाया और वही सैकड़ो लोगों के साथ भंडारा का प्रसाद ग्रहण किया.
घर में जब भी कोई शुभ काम होता है तो लोग अक्सर उस शुभ काम के बाद भंडारा आयोजित करते हैं। ठीक ऐसे ही मंदिर या गुरुद्वारे में भी भंडारे का आयोजन किया जाता है। वहीं, नवरात्रि के दौरान भी भंडारा किया जाता है। धर्म-शास्त्रों में भंडारे को बहुत जरूरी माना गया है.
शास्त्रों में कहा गया है कि भंडारे के बिना शुभ काम के लिए की गई पूजा कभी सफल नहीं होती है। ऐसा इसलिए क्योंकि इससे उन लोगों को भोजन मिलता है जो प्रतिदिन अन्न की व्यवस्था नहीं कर पाते हैं। भोजन खिलाकर व्यक्ति को पुण्य और भोजन करने वाले का आशीर्वाद मिलता है. साथ ही, भंडारा कराने से घर में सकारात्मकता का वास स्थापित होता है। सुख, शांति, समृद्धि, संपन्नता आदि घर में आती है। ऐसे में अगर कोई सक्षम व्यक्ति भंडारे में भोजन करता है और उस कारण से उन लोगों को भोजन नहीं मिल पाता है जिन्हें जरूरत है तो यह अनुचित है.
शास्त्रों में यह बताया गया है कि भंडारे में खाना खाना गलत नहीं है लेकिन पहले मौका हमेशा उन्हें देना चाहिए जिनके पास भोजन आदि की कमी हो या जिसे खाने की बहुत आवश्यकता हो, फिर उसके बाद ही भंडारे में भोजन करना चाहिए। तभी भगवान की कृपा मिलती है.
I write and speak on the matters of relevance for technology, economics, environment, politics and social sciences with an Indian philosophical pivot.