rakeshprasad.co
  • Home

मोनू कनौजिया-जान है तो जहान है कोरोना हारेगा कोरोना, जीतेगा भारत

  • By
  • rakeshprasad.co
  • April-23-2022

मोनू कनौजिया-जान है तो जहान है कोरोना  हारेगा कोरोना, जीतेगा भारत -

अप्रैल माह वैश्विक रूप से विविधता और नवऊर्जा का प्रतीक महीना है. मुख्यत: अप्रैल का नाम ग्रीक गॉडेस, एफ़्रोडाइट के नाम पर रखा गया है. रोमन कैलेंडर के अंतर्गत चौथे महीने को पहले अप्रिलिस लिखा जाता था, जिसका अर्थ है "खुल जाना." उत्तरी गोलार्द्ध के अंतर्गत इस माह को बसंत ऋतू का प्रतीक माना जाता है, जिसमें वृक्ष फलों और फूलों से लद जाते हैं और इसी विशिष्टता के चलते इस माह को अप्रैल नाम दिया गया.

हालांकि इस वर्ष नवसृजन का प्रतीक यह माह कोरोना के भय के बीच आया है, अंग्रेजी नववर्ष के हिसाब से भी देखा जाए तो जनवरी से ही यह महामारी चीन में अपने पैर पसार चुकी थी और फिर वहां से यह सभी देशों में चली आई और फिलवक्त यह तमाम विश्व में खौफ का पर्याय बनी हुयी है. वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाईजेशन के आगाह पर लगभग सभी देशों को लॉकडाउन कर दिया गया है. 

मोनू कनौजिया-जान है तो जहान है कोरोना  हारेगा कोरोना, जीतेगा भारत -

आइयें जानते हैं कैसे महामारी के इस दौर में अपने स्वास्थ्य का रखें ख्याल, कैसे बीमारियों को खुद से दूर रखें और कैसे अप्रैल माह में बदलते मौसम के बीच खुद को रखें फिट एंड फाइन. 

1. अप्रैल में जलवायु परिवर्तन –

मोनू कनौजिया-जान है तो जहान है कोरोना  हारेगा कोरोना, जीतेगा भारत -

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार मार्च से ही ग्रीष्म ऋतु का आगमन हो जाता है और उत्तर भारत के अधिकतर राज्यों में मार्च से ही सूर्य की कर्क रेखा की ओर बढ़त के साथ ही तापमान में भी वृद्धि होने लगती है. सामान्यत: अप्रैल माह में तापमान 30 डिग्री सेल्सियस से ऊपर ही रहता है, जिसमें बढ़त निरंतर जारी रहती है, वहीं दक्षिणी भारत में हालांकि तापमान तो अधिक रहता है, परन्तु प्रायद्वीपीय स्थिति के चलते मौसम मृदु बना रहता है.

वहीँ परंपरागत रूप से छ: ऋतुओं में विभाजित भारतीय मौसम चक्र के अंतर्गत चैत्र माह को बसंत ऋतु का ही अंतिम माह माना जाता है. चरक संहिता के कथनानुसार शिशिर ऋतु को उत्तम बलवाली, बसंत ऋतु को मध्यम बलवाली और ग्रीष्म ऋतु को दौर्बल्य वाली ऋतु माना गया है.

चूंकि अप्रैल में तापमान अधिकता से बढ़ता है, इसलिए इसे ग्रीष्म ऋतू के अंतर्गत ही सम्मिलित किया जा सकता है. ग्रीष्म ऋतु में गरम जलवायु शरीर में पित्त एकत्र करती है और प्रकृति में होने वाले परिवर्तन शरीर को प्रभावित करने लगते हैं.

गर्मी के बढ़ने से शरीर की धातुएं भी क्षीण होने लगती है, सूर्य की प्रखर किरणें शारीरिक ऊर्जा को सोखने का कार्य करती हैं, जिससे थकान और कमजोरी महसूस होना सामान्य है. अप्रैल माह में विशेष रूप से गर्मी बढ़ने के साथ साथ ही धूल भरी आंधी भी चलने लगती है, मौसम में होने वाले इस बदलाव से होने वाले प्रभाव इस प्रकार हैं..

1. मौसम बदलने के साथ ही वातावरण में वायरस सक्रिय हो जाते हैं.

2. वायु में बैक्टीरिया के कण बड़ी मात्रा में उत्पन्न होते हैं, जो तेज हवा चलने से धूल के अन्य कणों के साथ ही शरीर में प्रवेश करने लगते हैं.

3. तापमान बढ़ने से शरीर में पित्त की मात्रा भी बढती है, जो प्रतिरोधक क्षमता को धीमा कर देती है और वायरल इन्फेक्शन होने की आशंका बढ़ जाती है.

2. मौसमी फल एवं सब्जियां -

मोनू कनौजिया-जान है तो जहान है कोरोना  हारेगा कोरोना, जीतेगा भारत -

जिस प्रकार मौसम में परिवर्तन होता है उसी प्रकार हमें भी अपनी जीवनशैली व खानपान में परिवर्तन करना पड़ता है. सर्दियों के मौसम के बाद गर्मियों का आरंभ होने लगता है. इसी कारण शरीर में पोषक तत्वों का अभाव होने लगता है, जिससे शरीर से जल की मात्रा भी कम होने लगती है तो इसी लिहाज से गर्मियों में जलतत्व से भरपूर सब्जियों व ठंडे तासीर वाले फलों को अपने डायट चार्ट में शामिल किया जाता है. जिससे शरीर में जल की आपूर्ति भी होती रहे और साथ ही आवश्यक पोषक तत्व भी शरीर को प्राप्त होते रहें.

कुछ इस प्रकार की सब्जियां व फल अपने खाने में प्रयोग कर आप गर्मियों में स्वस्थ रह सकते हैं :

करेला - विभिन्न पोषक तत्वों से भरपूर करेला सम्पूर्ण भारत में सब्जी व अचार के रूप में प्रयोग में लाया जाता है. करेला स्वाद में बेहद कड़वा होता है परन्तु यह स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी है.

मोनू कनौजिया-जान है तो जहान है कोरोना  हारेगा कोरोना, जीतेगा भारत -

लौकी/घीया – भरपूर मात्रा में जलतत्त्व से परिपूर्ण लौकी ज्यादातर लोगों को खाने में पसंद होती है. गर्मियों में प्रचुर मात्रा में उपलब्ध होने वाली लौकी से लोग विभिन्न प्रकार के व्यंजन बनाते हैं, जैसे लौकी की भाजी, लौकी का रायता, नवरात्रि व्रत में खाई जाने वाली लौकी की खीर व बर्फी इत्यादि.

मोनू कनौजिया-जान है तो जहान है कोरोना  हारेगा कोरोना, जीतेगा भारत -

खीरा - शरीर की आन्तरिक तपन को शांत करने में खीरा सर्वाधिक सहायक होता है. जिसे केवल भारत में ही नही अपितु सम्पूर्ण विश्व में लोग प्राय: 12 महीने सलाद के रूप में प्रयोग करते हैं, परन्तु अप्रैल माह से यह ताजा व सरल रूप से बाज़ार में उपलब्ध होता है.

मोनू कनौजिया-जान है तो जहान है कोरोना  हारेगा कोरोना, जीतेगा भारत -

कद्दू/सीताफल – गर्मियों के दिनों में सर्वाधिक रूप से प्रयोग में लाया जाने वाले कद्दू में पोटेशियम व फाइबर की मात्रा प्रचुर रूप से होती है. भारत में लोग प्राय: कद्दू को सब्जी बनाने के साथ-साथ, सूप आदि के रूप में भी सेवन करते है.

मोनू कनौजिया-जान है तो जहान है कोरोना  हारेगा कोरोना, जीतेगा भारत -

तोरई – तोरई जिसे ‘तुरई’ व ‘तुरूई’ के नाम से भी जाना जाता है. यह सर्वत्र भारतवर्ष में सब्जी के रूप में प्रयोग की जाती है. आयुर्वेद के अनुसार यह पित्त व कफ़ दोष को समाप्त करती है. तराई को सब्जी, सूप, चटनी अथवा रायते के रूप में प्रयोग में लाया जाता है.   .

मोनू कनौजिया-जान है तो जहान है कोरोना  हारेगा कोरोना, जीतेगा भारत -

शरीर को शीतलता प्रदान करते कुछ फल

बेल -  बेल अथार्त वुड एप्पल आध्यात्मिक दृष्टि से पूजनीय होने के साथ-साथ औषधीय गुणों से भी भरपूर है. कफनाशक प्रवृति होने के कारण बेल पेट के लिए पूर्ण रूप से औषधि का कार्य करता है. बेल का जूस गर्मियों में शरीर को तरोताजा बनाये रखने में बेहद लाभप्रद है.  

मोनू कनौजिया-जान है तो जहान है कोरोना  हारेगा कोरोना, जीतेगा भारत -

संतरा – स्वास्थवर्धक गुणों से भरपूर संतरे में विटामिन सी की प्रचुर मात्रा होती है. रक्तशोधक व शक्तिवर्धक संतरे का लोग फल के रूप में तो सेवन करते ही हैं साथ ही इसे जूस, स्मूदी के तौर पर भी गर्मियों में शरीर को शीतलता देने में प्रयोग किया जा सकता है.

मोनू कनौजिया-जान है तो जहान है कोरोना  हारेगा कोरोना, जीतेगा भारत -  

आम – फलों के राजा का ताज सर पर पहने आम में निहित पोषक तत्त्व हमारे शरीर के लिए बेहद उपयोगी होते हैं. आम एक ऐसा फल है, जिसकी भारत में विभिन्न किस्में उपलब्ध होती है. केवल भारत में ही नही यह फल सम्पूर्ण विश्व में अपने स्वाद के लिए प्रसिद्ध है. आम केवल फल के ही रूप में नही अपितु आमरस, लस्सी, शेक, एवं आम पापड़ के लिए भी लोगों के मध्य लोकप्रिय है.

मोनू कनौजिया-जान है तो जहान है कोरोना  हारेगा कोरोना, जीतेगा भारत -

अंगूर – अपने खट्टे-मीठे स्वाद से लोगों के बीच प्रसिद्ध अंगूर मात्र फल ही नही अपितु एक आयुर्वेदिक औषधि के रूप में भी जाना जाता है. इसके सेवन से शरीर गर्मियों में भी तरोताजा बना रहता है.

मोनू कनौजिया-जान है तो जहान है कोरोना  हारेगा कोरोना, जीतेगा भारत -

3. योगासनों द्वारा पाएं उत्तम स्वास्थ्य 

मोनू कनौजिया-जान है तो जहान है कोरोना  हारेगा कोरोना, जीतेगा भारत -

चैत्र माह से तापमान में तपिश होने लगती है, इसलिए प्राणायाम व कुछ योगासनों से शरीर को आन्तरिक ठंडक प्रदान की जा सकती है. व्यायाम हमारी जीवनशैली का महत्वपूर्ण अंग माना गया है और योगाभ्यास द्वारा शरीर की इम्युनिटी में भी वृद्धि की जाती है, जिससे शरीर विभिन्न रोगों से लड़ने में सक्षम हो सके. इसी दृष्टिकोण से हमें स्वस्थ शरीर व गर्मी से राहत पाने के लिए ऋतुचर्या के अनुसार प्राणायाम व आसनों को उपयोग में लाना चाहिए :

शीतली प्राणायाम

शीतली प्राणायाम अर्थात शरीर को शीतलता प्रदान करना. इसके लाभ इस प्रकार हैं..

1. इस प्राणायाम के माध्यम से व्यक्ति तनावमुक्त होता है.

2. शरीर के तापमान को नियंत्रित रखने के लिए यह बेहद उपयोगी होता है.  

3. यह प्राणायाम त्वचा एवं नेत्र सम्बन्धी रोगों के लिए भी लाभदायक है.

मोनू कनौजिया-जान है तो जहान है कोरोना  हारेगा कोरोना, जीतेगा भारत -

भ्रामरी प्राणायाम

भ्रमर की भांति स्वर निकाल कर करने वाले प्राणायाम को भ्रामरी प्राणायाम की संज्ञा दी गयी है.

1. इसके नियमित रूप से अभ्यास करने से व्यक्ति तनाव मुक्त होता है.

2. इसके द्वारा स्वच्छ वायु का शरीर में प्रवेश होता है.

3. मस्तिष्क में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ने से शरीर को स्वाभाविक शीतलता प्राप्त होती है.

मोनू कनौजिया-जान है तो जहान है कोरोना  हारेगा कोरोना, जीतेगा भारत -

अनुलोम विलोम प्राणायाम   

श्वासों को साधने के लिए किया जाने वाले इस प्राणायाम के अनगिनत लाभ हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख इस प्रकार है..

1. इस प्राणायाम के द्वारा व्यक्ति अपने शरीर की ऊर्जा प्रणाली को सुचारू रूप से संचालित करने में सहायक होता है.

2. इसके अभ्यास से कुछ ही समय में व्यक्ति का मन स्थिर व शांत होता है.

3. अनुलोम विलोम प्राणायाम से तनाव व थकान से भी राहत मिलती है.

4. यह शरीर के तापमान को नियंत्रित रखने में भी कारगर सिद्ध होता है.

मोनू कनौजिया-जान है तो जहान है कोरोना  हारेगा कोरोना, जीतेगा भारत -

शीतकारी प्राणायाम

मुख से “ओ” का आकार बनाकर साँस लेने से जीभ के द्वारा शीतल वायु शरीर के अंदर प्रवेश करती है, इसी प्रक्रिया को शीतकारी प्राणायाम कहा जाता है.

1. इस प्राणायाम के माध्यम से व्यक्ति को गर्मी से राहत मिलती है.

2. मुंह को खोलकर तथा जीभ को बाहर निकाल कर मुंह के द्वारा गहरी साँस लेने से ठंडी हवा का शरीर में समाहित होती है, जो गर्मी के लिए बेहद उपयोगी होता है.

मोनू कनौजिया-जान है तो जहान है कोरोना  हारेगा कोरोना, जीतेगा भारत -

सर्वांगासन

चैत्र के दिनों में शरीर के तापमान में बेहद वृद्धि हो जाती है जिसे नियंत्रित करने में सर्वांगासन बेहद उपयोगी होता है.

1. इस आसन के द्वारा रक्त प्रवाह मस्तिष्क की ओर हो जाता है, जो शरीर के प्रत्येक अंग के लिए लाभकारी होता है.

2. इस आसन के नियमित अभ्यास से व्यक्ति के सभी रोग समाप्त होने लगते हैं.

मोनू कनौजिया-जान है तो जहान है कोरोना  हारेगा कोरोना, जीतेगा भारत -

विशेष नोट - उच्च रक्तचाप व सर्वाइकल के रोगियों को इसे न करने की सलाह दी जाती है.

4. क्या होती है प्रतिरक्षा प्रणाली 

मोनू कनौजिया-जान है तो जहान है कोरोना  हारेगा कोरोना, जीतेगा भारत -

किसी भी जीव के शरीर में होने वाली जैविक प्रक्रियाओं के समूह को उसकी प्रतिरक्षा प्रणाली के रूप में जाना जाता है, जिसका कार्य किसी भी बाहरी रोगजनक तत्व या नियोप्लास्टिक कोशिकाओं की पहचान करना और फिर उन्हें समाप्त करना होता है, जिससे इन रोगजनकों से होने वाले रोगों से शरीर की रक्षा हो सके. इस बाहरी रोगजनक तत्वों में विषाणु, वायरस, बैक्टीरिया, परजीवी कृमि आदि सम्मिलित होते हैं. इन रोगजनकों की पहचान करना बेहद मुश्किल काम है, जिसके लिए हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली शरीर से पोषक तत्व ग्रहण करती है. यह सभी जीवों जैसे मानवों, जंतुओं, पक्षियों, पौधों, वृक्षों आदि में प्राकृतिक रूप से पाई जाती है. 

5. इस तरह बढ़ाये अपनी इम्युनिटी पॉवर 

मोनू कनौजिया-जान है तो जहान है कोरोना  हारेगा कोरोना, जीतेगा भारत -

Covid-19 या नोवल कोरोनावायरस एक वैश्विक महामारी के रूप में देखा जा रहा है, जिससे चीन, अमेरिका, इटली, स्पेन, ईरान, फ़्रांस सहित दुनिया के लगभग सभी देश त्रस्त हैं. लाखों लोगों को प्रभावित कर रहा यह वायरस अब तक हजारों जानें ले चुका है. भारत में इससे प्रभावित लोगों की संख्या (2 अप्रैल, 2020 तक) 2000 का आंकड़ा पार कर चुकी है और लगभग 50 लोगों की जान इससे जा चुकी है. 

मोनू कनौजिया-जान है तो जहान है कोरोना  हारेगा कोरोना, जीतेगा भारत -

Covid-19 से बचने के लिए कोई भी एंटीडॉट या दवा अब तक नहीं बनी है और जितने भी लोगों ने इससे रिकवरी की है वह अपनी बेहतर इम्युनिटी के दम पर. कोरोना से मरने वाले लोगों के आंकड़ों पर गौर करें तो उनमें बुजुर्गों और विभिन्न रोगों (जैसे डायबीटीज, ह्रदय रोग, थायरोइड, हाइपरटेंशन आदि) से ग्रसित लोगों की संख्या अधिक है. इसलिए यह बेहद जरुरी हो जाता है कि हमारी इम्यून क्षमता मजबूत हों ताकि किसी भी रोग से हम लड़ सकें. आगे दिए गए कुछ उपायों से हम अपनी इम्युनिटी को बूस्ट कर सकते हैं..

1. विटामिन सी युक्त आहार जैसे संतरा, आंवला, नींबू, पपीता, अमरुद, पालक, अखरोट, तुलसी के पत्ते आदि का सेवन अवश्य करें. 

2. विटामिन ई और डी भी हमारी इम्युनिटी को बूस्ट करते हैं, इनमें मुनक्का, बादाम, पालक, ब्रोकली आदि सम्मिलित हैं. साथ ही प्रयास करें आप दिन में कुछ समय सूर्य की रोशनी भी प्राप्त कर सकें.  

3. पोषक तत्त्वों के आलावा योग और प्रणायाम से भी इम्युनिटी बेहतर होती है, श्वसन तंत्र को सुचारू बनाने वाली प्रक्रिया अनुलोम-विलोम, भ्रामरी आदि के नियमित अभ्यास से आप स्वयं ही स्वस्थ और ऊर्जावान महसूस करेंगे. 

4. पानी का सेवन अधिक करें, शरीर में वाटर लेवल संतुलित होने से भी आपकी प्रतिरोधक क्षमता सुचारू रूप से कार्य करती है.

5. गिलोय, तुलसी, अदरक, हल्दी, काली मिर्च जैसे आयुर्वेदिक तत्त्वों में एंटीबायोटिक, एंटीसेप्टिक, एंटी इंफ्लेमेटरी और जीवाणुरोधी गुण पाए जाते हैं, जो किसी भी बीमारी से लड़ने में बेहद कारगर सिद्ध होते हैं.   

6. बेहतर आहार-विहार के साथ साथ सकारात्मकता से भरे विचार भी बेहद अहम हैं. अपनी सोच को पॉजिटिव रखें, प्रेरणादायक पुस्तकें पढ़ें, अच्छा संगीत सुने, अपनी हॉबी के अनुसार कोई कार्य करें या ऐसा कुछ भी जिससे आपको तरोताजा महसूस होता हो, वह एक्टिविटी अपनी दिनचर्या में जोडें.  

6. ऐसे रहें कोरोना के कहर से सावधान

मोनू कनौजिया-जान है तो जहान है कोरोना  हारेगा कोरोना, जीतेगा भारत -

1. स्वयं को और अपने आस पास के वातावरण को स्वच्छ रखें, यहां हम आपको हर 2 मिनट में रगड़ रगड़ कर हाथ धोने और बार बार सेनिटाईज करने के लिए नहीं कहेंगे. लेकिन भोजन करने से पहले, भोजन बनाने से पहले, किसी भी बाहरी वस्तु को छूने के बाद आप जरुर हाथों को अच्छे से धोएं.

2. हालांकि लॉकडाउन के चलते अधिकतर लोग बाहर नहीं जा रहे हैं, लेकिन फिर भी किसी कारणवश यदि आप बाहर जाते हैं तो विशेष रूप से ध्यान दें. मास्क, ग्लोवस पहनकर ही बाहर जायें और घर आने के बाद इन्हें उतारकर गर्म पानी से धोने के बाद ही उपयोग में लाये. 

3. कोरोना वायरस किसी भी सतह पर कुछ घंटों से कुछ दिनों तक जीवित रह सकता है, इसलिए बेहतर है कि बाहर से आये सामान को अच्छे से सेनिटाईज करें तभी उसका उपयोग करें. 

4. सब्जियों और फलों का सेवन भी गर्म पानी से धोकर करें, चाहे तो पानी में नमक, बेकिंग पाउडर या सिरका डालकर उसमें कुछ समय सब्जियों व फलों को भिगोकर छोड़ दें.  

5. यदि आपको बदलते मौसम से खांसी-जुखाम आदि की शिकायत है तो निरंतर मास्क का प्रयोग करें और बुखार होने पर तुरंत चिकित्सकीय सलाह लें.  

 

क्षेत्र की आम समस्याएँ एवं सुझाव दर्ज़ करवाएं.

क्षेत्र की आम समस्याएँ एवं सुझाव दर्ज़ करवाएं.

नमस्कार, मैं मोनू कनौजिया आपके क्षेत्र का प्रतिनिधि बोल रहा हूँ. मैं क्षेत्र की आम समस्याओं के समाधान के लिए आपके साथ मिल कर कार्य करने को तत्पर हूँ, चाहे वो हो क्षेत्र में सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य, समानता, प्रशासन इत्यादि से जुड़े मुद्दे या कोई सुझाव जिसे आप साझा करना चाहें. आप मेरे जन सुनवाई पोर्टल पर जा कर ऑनलाइन भेज सकते हैं. अपनी समस्या या सुझाव दर्ज़ करने के लिए क्लिक करें - जन सुनवाई.

हमसे ईमेल या मैसेज द्वारा सीधे संपर्क करें.

क्या यह आपके लिए प्रासंगिक है? मेसेज छोड़ें.

Recents

I write and speak on the matters of relevance for technology, economics, environment, politics and social sciences with an Indian philosophical pivot.

Image

भारत का किसान आन्दोलन – जानने योग्य बातें.

अन्नदाता – जय जवान जय किसान में परिपेक्ष्य का संघर्षजहाँ आंदोलित किसान खुद को अन्नदाता घोषित करता है, कई बार भगवान जैसे शब्द भी सुनने को मिल...
Image

National Water Conference and "Rajat Ki Boonden" National Water Awards

“RAJAT KI BOONDEN” NATIONAL WATER AWARD. Opening Statement by Mr. Raman Kant and Rakesh Prasad, followed by Facilitation of.  Mr. Heera La...
Image

प्रभु राम किसके?

हरि अनन्त हरि कथा अनन्ताकहहि सुनहि बहुविधि सब संताश्री राम और अयोध्या का नाता.राम चरित मानस के पांच मूल खण्डों में श्री राम बाल-काण्ड के कुछ...
Image

5 Reasons Why I will light Lamps on 5th April during Corona Virus Lockdown in India.

Someone smart said – Hey, what you are going to lose? My 5 reasons.1. Burning Medicinal Herbs, be it Yagna, incense sticks, Dhoop is a ...
Image

हम भी देखेंगे, फैज़ अहमद फैज़ की नज़्म पर क्या है विवाद

अगर साफ़ नज़र से देखे तो कोई विवाद नहीं है, गांधी जी के दिए तलिस्मान में दिया है – इश्वर अल्लाह तेरो नाम सबको सन्मति दे भगवान.मगर यहाँ इलज़ाम ल...
Image

Why Ram is so important

Before the Structure, 6th December, Rath Yatra, Court case, British Raj, Babur, Damascus, Istanbul, Califates, Constantinople, Conquests, Ji...
Image

मोदी जी २.० और भारतीय राजनेता के लिए कुछ समझने योग्य बातें.

नरेन्द्र मोदी जी की विजय आशातीत थी और इसका कारण समझना काफी आसान है. राजनितिक मुद्दों में जब मीडिया वाले लोगों को उलझा रहे थे, जब कोलाहल का ...
Image

Amazon Alexa Private audio recordings sent to Random Person and the conspiracy theory behind hacking and Human Errors- Technology Update

An Amazon Customer who was not even an Alexa user received thousands of audio files zipped and sent to him, which are of another Alexa user ...
Image

Indian Colonization and a $45 Trillion Fake-Narration.

We”'ve done this all over the world and some don”t seem worthy of such gifts. We brought roads and infrastructure to India and they are stil...
Image

The Rivers of India - Ganga & Sindhu-East Farming culture, Heritage and The Question of India's survival.

America fixed it!If you visit American city,You will find it very pretty.Just two things of which you must beware:Don't drink the water and ...
Image

नर्मदा और गंगा के बेटे बनाम थेम्स के लुटेरे

उत्तर की शक्ति, दक्षिण का प्रबंधन, पूर्व का आध्यात्म और पश्चिम की समझ-बूझ जब तक मिल कर कार्य नहीं करेंगे भारत विश्व गुरु का अपना स्थान कभी न...
Image

डेवलपमेंट कम्युनिकेशन (विकास संचार) : निरंतरता, समानता और विकास

डेवलपमेंट कम्युनिकेशन अर्थात् विकास संचार, संचार के उस विकसित दृष्टिकोण को परिभाषित करता है, जिसके माध्यम से विभिन्न समुदायों या व्यक्ति विश...
Image

The Incomplete History of Google

Cucarachas enojadas, fumando marijuana, Buscando una fiesta.(Angry Cockroaches, Smoking Marijuana, Looking for a party)Mr. Tito Larriva was ...
Image

India Data Security and Sovereignty - Debate in the days of Implanted technologies.

आज डेटा युग में, जहां डेटा को हथियार की भांति उपयोग में लाया जा सकता है, किसी भी देश के लिए उसे सुरक्षित करना बहुत महत्वपूर्ण है. भारत में ब...
Image

गूगल बनाम गाँधी : अर्थशास्त्र का महायुद्ध

In the long run we are all dead अंततः तो हम सब मृत ही हैं.1930 की महा मंदी के दौरान प्रसिद्ध अमेरिकी अर्थशास्त्री जॉन मेनार्ड काएनिस का ये व...
Image

Fake Information on Facebook – Broken democracies and Criminal Culpability on Facebook Owners, a Research

Recent investigations on fake news, bought up propaganda adverts and fake accounts run from Russia have only been indicative of our position...
Image

Gomti River and Gomti Riverfront Lucknow - Analysis on Restoration and Development

Gomti River Front Development (Lucknow) - Impact on sustainability, community, history, economy, and relevant interventionsTraveling to vari...
Image

भारत के महंगे चुनाव प्रक्रिया में बदलाव की जरूरत, ‘जनमेला’ बनेगा विकल्प – एक प्रस्ताव निर्वाचन आयोग को

नोटबंदी तो हो गई रैलिबंदी कब?दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश भारत जहां चुनाव पर्व की तरह मनाया जाता है या कह लीजिए मनाया जाता था. आज चुन...
Image

Industrial Food Processing – American experience and lessons for India

Abstract - Innovations are born out of a necessity. So by definition, they are mostly good in intentions or at worst - part of the numerous ...
Image

Demonetization (Currency Ban) in India- All you need to know about.

Demonetization or Currency Ban of Rs. 1000 and Rs. 500 in IndiaFirst let’s break the headline down into right context so we start off on a r...
Image

रविश बनाम अर्नब - गूगल के साम्राज्य में ख़बरों की मार्केटिंग और पत्रकारिता का भविष्य

रविश बनाम अर्नुब , इस सीरीज को हम व्यक्ति विशेष से सीधे ना जोड़ कर दो सिद्धांतो के संघर्ष ,इन सिद्धांतो के अंतर्विरोध. और इस गूगल इत्यादी के ...
Image

Digital Tech Trends- 2 Decades in review Part 1

Cucarachas enojadas, fumando marijuana, buscando una fiesta.(Angry Cockroaches, Smoking Marijuana, Looking for a party)Mr. Tito Larriva was ...
Image

परसाई का मध्यमवर्गीय कुत्ता

हरिशंकर परसाई का 1950 के आस पास लिखा एक लघु लेख पढ़ा तो लगा के 2017 में कोई आइना आसमान पर टांग गया .सार कुछ “क्रिएटिव फ्रीडम” के साथ ये था कि...

More...

©rakeshprasad.co


  • Terms | Privacy