अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद देश के इतिहास में एक ऐसा गौरवशाली नाम है, जिनके सामने हर भारतवासी नतमस्तक होता है। देश को स्वतंत्रता दिलाने में चंद्रशेखर आजाद का नाम प्रमुखता के साथ लिया जाता है। उनके जीवित रहते हुए देश के पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने उनकी सहायता की थी, यहाँ तक कि उनकी शहादत की कहानी को दुनिया के सामने लाने में भी नेहरू जी ने अग्रणीय भूमिका निभाई और प्रधानमंत्री बनने के बाद उन्होंने वीर शहीद चंद्रशेखर आजाद की माता जी के लिए पेंशन की व्यवस्था भी की। मेराज वली खान ने जानकारी को अपने सोशल मीडिया के माध्यम से साझा करते हुए बताया कि शहीद चंद्रशेखर आजाद की शहादत के बाद उनकी माता जगरानी देवी भी आजाद जी की कर्मभूमि झांसी में ही रही और यहीं उन्होंने अंतिम श्वास ली। इस दौरान पंडित नेहरू ने उनकी आर्थिक सहायता हेतु 250 रुपये प्रतिमाह की पेंशन निर्धारित की थी।
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