ऑल इंडिया लाइफ इन्श्योरेन्स एजेंट्स एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष एस. एल. ठाकुर ने जानकारी देते हुए कहा है कि सम्मानित अभिकर्ता बंधु, चाहे आप किसी भी संगठन से जुड़े हों, आज समय आ गया है कि हम सब मिलकर भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) के अस्तित्व की लड़ाई लड़ें। यह केवल एक संस्था की नहीं, बल्कि अभिकर्ताओं के अस्तित्व, पॉलिसीधारकों के हितों और हमारी आने वाली पीढ़ियों के भविष्य की रक्षा की लड़ाई है।
भ्रष्ट नीतियों के खिलाफ एकजुटता
LIC में व्याप्त भ्रष्टाचार और दमनकारी नीतियों ने संस्था को कमजोर करने का प्रयास किया है। कुछ भ्रष्ट अधिकारी अपनी स्वार्थपरक नीतियों से संस्था के मूल अस्तित्व को समाप्त करने पर तुले हुए हैं। ऐसे में, अब ईमानदार अधिकारियों, कर्मचारियों और अभिकर्ताओं का एकजुट होना अत्यावश्यक हो गया है। हमें इन दमनकारी नीतियों का कड़ा विरोध करना होगा और अपनी संस्था के हितों को संरक्षित करना होगा।
1 अक्टूबर 2024 का निर्णय वापस लेने का आह्वान
1 अक्टूबर 2024 को लागू किए गए निर्णय के खिलाफ, हमें प्रबंधन को विवश करना होगा कि वह इस काले कानून को तुरंत वापस ले। इसके लिए हर संगठन और अभिकर्ता को एकजुट होकर इंकलाब की आवाज बुलंद करनी होगी।
असहयोग आंदोलन की रणनीति
ऑल इंडिया लाइफ इंश्योरेंस एजेंट्स एसोसिएशन ने इस आंदोलन को सफल बनाने के लिए निम्नलिखित कदम उठाने की अपील की है:
- विश्राम दिवस: आंदोलन के तहत सभी अभिकर्ता संगठित होकर कार्य से विराम लें।
- आधिकारिक बैठकों का बहिष्कार: किसी भी आधिकारिक बैठक में सहभागिता न करें।
- व्यवसाय प्रबंधन: अपने व्यवसाय को केवल न्यूनतम आवश्यकताओं के तहत जारी रखें।
- आंदोलनात्मक कार्यवाही: केंद्रीय नेतृत्व द्वारा तय सभी गतिविधियों में तन, मन, धन से पूर्ण सहयोग करें।
इंकलाब की आवाज बुलंद करें
यह समय है कि हम सभी एक स्वर में LIC की रक्षा के लिए उठ खड़े हों। जब तक 1 अक्टूबर 2024 के निर्णय को वापस नहीं लिया जाता, तब तक यह असहयोग आंदोलन जारी रहेगा।
हमारा संकल्प:
- संस्था के हितों की रक्षा।
- अभिकर्ताओं के अधिकारों की सुरक्षा।
- पॉलिसीधारकों के विश्वास को बरकरार रखना।
- भ्रष्ट और दमनकारी नीतियों का विरोध।
भ्रष्टाचार और अन्याय के खिलाफ इस लड़ाई में हमारा एकजुट होना ही हमारी ताकत है। आइए, मिलकर इस आंदोलन को सफल बनाएं और भारतीय जीवन बीमा निगम को उसके गौरवशाली स्वरूप में बनाए रखें।